What, you want my milkshake? Here.
क्या, तुमको मेरा मिल्कशेक चाहिए? यह लो।
“It’s 1819. As the United States Congress prepares to make Missouri the 24th state in the Union, Representative James Tallmage Jr. delivers a speech. He says slavery is morally wrong, calling it an ‘abomination’ and a ‘monstrous scourge.’ He insists that ‘the extension of the evil must now be prevented,’ and that slavery shouldn’t be allowed in Missouri, or any new state.”
“सन् 1819 चल रहा है। अमेरिका की कांग्रेस मिसौरी को संघ का 24वाँ राज्य बनाने की तैयारी कर रही है। प्रतिनिधिक जेम्स टालमेज़ जूनियर एक भाषण देते हैं। वह कहते हैं कि दास-प्रथा नैतिक रूप से गलत है, कि वह “घृणित” है, और एक “राक्षसी अभिशाप” है। वह जोर देकर कहते हैं, ’कि इस बुराई के विस्तार को अब रोका जाना चाहिए,′ कि दास-प्रथा की मिसौरी में या किसी भी नए राज्य में अनुमति नहीं होनी चाहिए।”
Obviously.
ज़ाहिर सी बात है।
“Representative Tyler disagrees. He believes it is a state’s right to choose whether or not to allow slavery. He doesn’t think the federal government can prohibit slavery in any newly added states.”
“प्रतिनिधिक टायलर इस बात से असहमत हैं। वह मानते हैं कि दास-प्रथा की अनुमति देने या ना देने का चयन करना एक राज्य का अधिकार है। वह यह नहीं मानते कि संघीय सरकार किसी भी नए राज्य में दास-प्रथा का निषेध कर सकती है।”
Whaaaaat?
क्याऽऽऽऽऽऽ?
“Senator Thomas proposes what he sees as a compromise: Missouri will join the union along with another state, Maine. Slavery will be allowed in Missouri and prohibited in Maine. He also suggests drawing a line through territories yet to become states: slavery will be prohibited north of the line, and allowed south of it.”
“सीनेट सदस्य थॉमस ने एक समझौते का प्रस्ताव रखा है: मिसौरी संघ में एक और राज्य, मेन, के साथ जुड़ेगा। मिसौरी में दास-प्रथा की अनुमति होगी और मेन में वह निषेध होगी। वह यह भी सुझाव देते हैं कि जो प्रदेश अभी राज्य बनने वाले हैं उनके बीच से एक रेखा खींची जाए: उस रेखा के उत्तर में दास-प्रथा निषेध होगी, और उसके दक्षिण में उसकी अनुमति होगी।”
And this is where <i>I</i> have to draw the line.
और यह वह जगह है जहाँ मुझे रेखा खींचनी पड़ेगी।
That’s better. Now, senators, congressmen, this Missouri compromise you are proposing is fundamentally flawed— flawed is putting it mildly. The compromise is based on the middle ground fallacy. By saying that half of the new territories should allow slavery while half prohibit it, you position the two viewpoints, pro-slavery and anti-slavery, as equally valid. But if one view is wrong, while the other is right, a compromise between them is still wrong. And one side is definitely wrong here: the pro-slavery side.
अब ठीक है। तो, सीनेटरों, कांग्रेसियों, यह जो मिसौरी समझौता आप प्रस्तावित कर रहे हैं यह मूलतः त्रुटिपूर्ण है-- अगर मृदु शब्दों में बोलें तो। यह समझौता, बीच का रास्ता अपनाने के तर्कदोष पर आधारित है। यह कह कर कि आधे नए प्रदेश दास-प्रथा की अनुमति दे सकते हैं जबकि आधे उसका निषेध करें, आप दोनों दृष्टिकोणों, दास-प्रथा का समर्थन और उसके विरुद्ध होने को समान रूप से वैध होने का स्थान देते हैं। परन्तु अगर एक दृष्टिकोण अनुचित है, जबकि दूसरा उचित, तो उनके बीच समझौता करना अनुचित ही है। और एक पक्ष यहाँ निश्चित रूप से अनुचित है: दास-प्रथा का समर्थन करने वाला पक्ष।
The whole reason this government exists, the whole reason states exist at all, is to serve the people. That should include all people.
इस सरकार के अस्तित्व का एकमात्र कारण, राज्यों के अस्तित्व का एकमात्र कारण, उसके लोगों के लिए काम करना है। इसमें सभी लोग सम्मिलित होने चाहिएँ।
Now, I know there are those among you who would argue otherwise, even among those in favor of ending slavery. In response to your many contorted arguments, all of them wrong, I offer this reminder: the idea that slavery is morally indefensible is not new to you. The founders of your country knew it and many even acknowledged it publicly, even those of them who enslaved other people themselves.
हाँ, मैं जानता हूँ कि आपमें से कुछ लोगों का तर्क भिन्न होगा उनमें से कुछ का भी जो दास-प्रथा का अन्त करने के पक्ष में हैं। आपके उन सभी विपक्षी तर्कों के उत्तर में, जो सब ग़लत हैं, मैं यह याद दिलाना चाहूँगा: कि दास-प्रथा नैतिक रूप से अक्षम्य होने का विचार आपके लिए नया नहीं है। आपके देश के संस्थापक यह जानते थे और कई ने तो इसे सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किया
It’s clear that the errors and delusions on this subject go far beyond the middle ground fallacy, but I call your attention to this particular fallacy because it can have dire consequences in many situations. Failure to recognize the fact that a compromise between two positions, one of which is morally indefensible, is also morally indefensible, has helped to perpetuate countless injustices large and small. Even well-intentioned people— which rest assured, I don’t mistake you for— fall prey to this fallacy, because you humans tend to view compromise as a virtue unto itself.
उन्होंने भी जिन्होंने खुद दूसरे लोगों को ग़ुलाम बनाया। यह स्पष्ट है कि इस विषय पर त्रुटियाँ और भ्रम बीच के रास्ते के तर्कदोष से भी कहीं आगे हैं, लेकिन मैं आपका ध्यान इस विशेष त्रुटि पर आकर्षित करना चाहता हूँ क्योंकि कई स्थितियों में इसके गम्भीर परिणाम हो सकते हैं। ऐसी दो स्थितियाँ जिनमें से एक नैतिक रूप से अक्षम्य हो उनके बीच का समझौता भी नैतिक रूप से अक्षम्य होता है इस तथ्य को पहचानने की विफलता ने अनगिनत बड़े और छोटे अन्यायों को कायम रखने में मदद की है। आप मानें या ना मानें, नेक इरादे वाले लोग भी इस त्रुटि का शिकार हो जाते हैं क्योंकि मनुष्य समझौते को अपने आप में एक नैतिक गुण की तरह देखते हैं।
“It’s March 1861. Seven states have seceded from the Union since Abraham Lincoln was elected president. As Lincoln takes office with four more states threatening to leave, he promises not to interfere with slavery in states where it exists, but to prohibit its expansion into new territories and states.”
“यह मार्च 1861 है। अब्राहम लिंकन के राष्ट्रपति बनने से लेकर अब तक सात राज्य संघ से अलग हो चुके हैं। जैसे-जैसे लिंकन कार्यभार सम्भाल रहे हैं चार और राज्य संघ छोड़ने की धमकी दे रहे हैं वह उन राज्यों में दास-प्रथा में हस्तक्षेप नहीं करने का वचन देते हैं जिनमें इसका अस्तित्व है बल्कि केवल नए प्रदेशों और राज्यों में इसका विस्तार निषेध करने का।”
“It’s April 1861, and a Civil War has broken out over slavery.”
“अब अप्रैल 1861 है,
और दास-प्रथा के कारण गृह युद्ध आरम्भ हो गया है।”
Some things can't be resolved with a compromise.
कुछ बातें एक समझौते से नहीं सुलझाई जा सकतीं।